Singer | Kishore Kumar |
Genre | Kati Patang |
Language | Hindi |
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
उ उ उ..
दूर रहती है तू
मेरे पास आती नहीं
होठों पे तेरे
कभी प्यास आती नहीं
ऐसा लगे जैसे के तू
हँस के ज़हर कोई पिए जाए
शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
बात जब मैं करू
मुझे रोक देती है क्यों
तेरी मीठी नज़र
मुझे टोक देती है क्यों
तेरी हया, तेरी शर्म
तेरी कसम मेरे होंठ सिये जाए
शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
एक रूठी हुई
तकदीर जैसे कोई खामोश ऐसे है तू
तस्वीर जैसे कोई
तेरी नज़र बनके ज़ुबां
लेकिन तेरे पैगाम दिए जाए
शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
See music video of on Youtube.
Yeh shaam mastani
Madhosh kiye jaaye
Mujhe dor koi kheenche
Teri oar liye jaaye
Yeh shaam mastani
Madhosh kiye jaaye
Mujhe dor koi kheenche
Teri oar liye jaaye
Unn unnn unn..
Door rehti hai tu
Mere paas aati nahi
Hothon pe tere
Kabhi pyaas aati nahi
Aisa lage jaise ke tu
Hans ke zahar koi piye jaaye
Ye sham mastani
Madhosh kiye jaaye
Mujhe dor koi kheenche
Teri oar liye jaaye
Baat jab main karoon
Mujhe rok deti hai tu
Teri meethi nazar
Mujhe tok deti hai kyun
Teri haya, teri sharam
Teri kasam mere honth siye jaaye
Ye sham mastani
Madhosh kiye jaaye
Mujhe dor koi kheenche
Teri oar liye jaaye
Ek roothi hui
Taqdeer jaise koi
Khamosh aise hai tu
Tasveer jaise koi
Teri nazar ban ke zubaan
Lekin tere paigam diye jaaye
Yeh sham mastani
Madhosh kiye jaaye
Mujhe dor koi kheenche
Teri oar liye jaaye