Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
अंधेरे में ही उजाला खिले
जरा सा सही
सावलों में ही इरादा मिले
और राहें नई
ये हालात हैं ये जज्बात हैं
क्यूं भरे सवालात हैं
ये हालात हैं ये जज्बात हैं
क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है
हर पल बदले क्यूं करवटें
किस्मत की भीगी सिलवाटें
ये लम्हा लगता है वीरान
क्या मिट पायेगा ये निशान
अंधेरे में ही उजाला खिले
जरा सा सही
सावलों में ही इरादा मिले
और राहें नई
हो हो हो हो…
ये जज्बात ही तो सौगात है
ये सीखे अगर तो क्या
ये जज्बात ही तो सौगात है
ये सीखे अगर तो क्या बात है
ये हालात हैं ये जज्बात हैं
क्यूं दिल में भरे सवालात हैं
ये हालात हैं ये जज्बात हैं
क्या सर से उठा रब्ब का हाथ है
ये जज्बात ही तो सौगात है
ये सीखे अगर तो क्या बात है
ये जज्बात ही तो सौगात है
ये सीखे अगर तो क्या बात है