Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
इश्क की साजिशें
इश्क की बाज़ियाँ
हारा न खेल के
दो दिलों का जुआ
क्यूँ तूने इतनी फुर्सत की
क्यूँ दिल इतनी की
इश्क में इतनी बरक़त की
ये तूने क्या किया…
फिरूं अब मारा मारा मैं
चाँद से बिछड़ा तारा मैं
दिल से इतना क्यूँ हारा मैं
ये तूने क्या किया…
सारी दुनिया से जीत के
मैं आया हूँ इधर
तेरे आगे ही मैं हारा
किया तूने क्या असर
मैं दिल का राज़ कहता हूँ
की जब जब सांसें लेता हूँ
तेरा ही नाम लेता हूँ
ये तूने क्या किया…