Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
तेरी ज़हर भरी दो आँखों की
मुझे चाल समझ में ना आयी
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
सदियों ये ज़माना याद रखेगा
यार तेरी बेवफाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
वादों की लाशों को बोल कहाँ दफनाऊं
वादों की लाशों को बोल कहाँ दफनाऊं
ख्वाबों और यादों से कैसे तुमको मिटाऊं
क्यूँ ना मैं तुझे पहचान सका
सच तेरे नहीं मैं जान सका
तेरे नूर से जो रौशन था कभी
उस शहर में आग लगाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
सदियों ये ज़माना याद रखेगा
यार तेरी बेवफाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
जिस जिस को मोहब्बत रास आयी
वो लोग नसीबों वाले थे
तकदीर के हाथों हार गए
हम जैसे जो थे
सुन यार मेरे ओ हरजाई
हम थोड़े अलग दिलवाले थे
पर जैसा सोचा था तुमने
तुम वैसे न थे
तूने वार किया सीधे दिल पे
और पलक भी ना झपकाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई
वफ़ा ना रास आयी
तुझे ओ हरजाई