Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
जाने क्यूँ बिना बरसे ही
बारिशें ही गुज़र गयी
नाम आया जीने का तो
धड़कने मुकर गयी
तुम चले जो गये हो
सब बदल सा गया है
रह गये तन्हा हम ज़िंदगी में
तुम बेवफा हो सब जानते थे
फिर भी तुम्हें हमदिल मानते थे
हमें भी शहर में कई चाहते थे
फिर भी तुम्हें हमदिल मानते थे
तेरे वास्ते हम तेरी दिल्लगि थे
तेरे दिल में हम तो कहीं भी नही थे
तुम्हें चाहने का है अफ़सोस हुमको
इस से भले हम अकेले सही थे
आज हम जाते जाते
लेके नम्म दोनो आँखें
तेरी यादें ही छोड़ जाए
तुम बेवफा हो सब जानते थे
फिर भी तुम्हें हम दिल मानते थे
तुमने जो रातें सो के गुज़री
हमने वो सारी रो के गुज़री
हुमारी जगह तुम नहीं इसलिए फिर
तुम कैसे जानो वफ़ायें हमारी
अब यही अलविदा है
आज से हम जुदा हैं
एक दूजे को हम भूल जायें
तुम बेवफा हो सब जानते थे
फिर भी तुम्हें हम दिल मानते थे
हमें भी शहर में काई चाहते थे
फिर भी तुम्हें हम दिल मानते थे
फिर भी तुम्हें हम दिल मानते थे
फिर भी तुम्हें हम दिल मानते थे