Genre | Old Songs Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
सोचा था ये बढ़ जायेंगी
तन्हाईयाँ जब रातों की
रस्ता हमें दिखलाएगी
शम्म-ए-वफ़ा उन हाथों की
ठोकर लगी.. तब पहचाना
पत्थर के सनम
तुझे हमने मोहब्बत का खुदा जाना
ऐ काश के होती खबर
तूने किसे ठुकराया है
शीशा नहीं.. सागर नहीं
मंदीर सा एक दिला ढाया है
ता आसमां.. है वीराना
पत्थर के सनम
तुझे हमने मोहब्बत का खुदा जाना