Genre | Sayonee |
Language | Hindi |
नैना लहू हैगी रे
नैना लहू हैगी रे
जिस्म से रूह हरसे
फिदकना गुबान के डसे डसे
अब दर्द बहे हिस्से हिस्से
हूँ बेसुकून
नैना लहू हैगी रे
कभी चोट लगे तो कोई आ नही
काँटों से ही होके गुज़रते हैं
रेशम से बुने ये मेरे सपने
झार झार झार होके गिरते हैं
फिदकना गुबान के डसे डसे
अब दर्द बहे हिस्से हिस्से
हूँ बेसुकून
नैना लहू हैगी रे
रूप सुनहरे ढलते देखे
बुझते दिए बलदे देखे
हीरे दा कोई मोल ना जाने
हो खोते सिक्के छाते देखे
हो जिन्ना दाना चक्कदे कोई
ओह पुत्तर पलड़े देखे
हो सीधी रहमत दे नाल बंदे
पानी उत्ते चालदे देखे
हाथ खाली जंगल ते देखे
इक पल कुछ लक बलते देखे
इक पल कुछ लक बलते देखे
रूप सुनहरे ढलते देखे
बुझते दिए बलदे देखे
रूप सुनहरे ढलते देखे
बुझते दिए बलदे देखे
रूप सुनहरे ढलते देखे
बुझते दिए बलदे देखे
रूप सुनहरे ढलते देखे
बुझते दिए बलदे देखे