Genre | Old Songs Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
जिया मोरा चाहे मै भी खेलु
ओ साजनवा होली ऐसे
राधा ने कन्हैया से
प्रेम की होली खेली जैसे
प्रेम के मै रंग फेंकूं
प्रेम के मै रंग फेंकूं
बिन तुम्हारे कुछ ना देखूं
मैंने रंग ली आज चुनरिया
सजना तोरे रंग में
मैंने रंग ली
कितने जतन से ये रूप सजाया मैंने सजाना
कितने जतन से ये रूप सजाया मैंने सजाना
सोए हुए सपने को फिर जगाया मैंने सजाना
मैं तो डूबी प्रेम रस में
मैं तो डूबी प्रेम रस में
अब नहीं मैं अपने बस में
मैंने रंग ली आज चुनरिया
सजना तोरे रंग में
मैंने रंग ली
जल्दी से आ
मेरी बावरी अंखिया तेरी प्यासी
चरणों में तेरे पिया स्वर्ग बसा ले
तेरी दासी
तुम बता दो मेरे क्या हो
तुम बता दो मेरे क्या हो
मैं तो जानू देवता हो
मैंने रंग ली आज चुनरिया
सजना तोरे रंग में
मैंने रंग ली आज चुनरिया
सजना तोरे रंग में
सजना तोरे रंग में
सजना तोरे रंग में
मैंने रंग ली आज चुनरिया
सजना तोरे रंग में
मैंने रंग ली