Genre | Punjabi |
Language | Hindi |
क्यूँ तक्क के मुड्डा केह दे
इक वारी हाँ
हाय ग़ल्ला करले आके
इक वारी हाँ
मैं फेर वी तेरे उत्ते ही हारियाँ
छड़ के वे पीछे सारे मैं आ रहियाँ
मैं फेर वी तेरे उत्ते ही हारियाँ
ग़लत ना हो क्यूँकि तेरे अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना
कहंदी हाँ कहंदी
दूरों ना उलझा
पास आ तड़पा
देख लेने दे
झूठ क्या सच क्या
वे ऐथे आजा यार
ना बैठे रह उस पार
तेरे वर्गा नी होना
तेरे मुखड़े वे सोहना
पर कर्दियाँ तंग अँखियाँ
मैं फेर वी तेरे उत्ते क्यूँ हारियाँ
ग़लती ना हो क्यूँकि तेरी अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना
कहंदी हाँ कहंदी
क्यूँ तक के मुड्डा केह दे
इक वारी हाँ
हाँ ग़ल्लां करले आके
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना तेरियाँ अखियाँ
कहंदी हाँ कहंदी ना अँखियाँ