Genre | Old Songs Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
अक्सर मेरा मन कहता था
चुप कर कोई आता है
हलचल मचाता है
अच्छा तो वो तुम हो, तुम हो, तुम हो
आती जाती लहरों की तरह
साहिल पे आके लौट मत जाना
तुम भी कहीं गैरों की तरह
जी देखो देखो आखें ना चुराना
इस पल से आखरी पल तक
संग संग अब रहना है
कई दिन से मुझे कोई सपनों में
आवाज़ देता था
हर पल बुलाता था
अच्छा तो वो तुम हो, तुम हो, तुम हो
धीरे धीरे बहती ये हवा
गाती हैं उन्हीं दिलों के तराने
एक दूसरे में खो के
जो रहे दुनिया से अनजाने
मेरी तुम्हारी चाहत को
ऐसे ही ये दोहरायेगी
अक्सर मेरा मन कहता था
चुप कर कोई आता है
हलचल मचाता है
अच्छा तो वो तुम हो, तुम हो, तुम हो
कई दिन से मुझे कोई सपनों में
आवाज़ देता था
हर पल बुलाता था
अच्छा तो वो तुम हो, तुम हो, तुम हो
तुम हो, तुम हो, तुम हो
तुम हो, तुम हो, तुम हो
तुम हो, तुम हो, तुम हो
तुम हो, तुम हो, तुम हो