Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
तेरे बारे में सोचते
दिन है जाता निकल
बदली बदली सी क्यूँ ये है
फितरतें आजकल
दिल में मेरे तू घर कर गया
खाली था जो तू वो भर गया
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे..
होने दे…
ये डूबे डूबे से जो लम्हात है
ये भीगे भीगे से जो जज़्बात है
ये डूबे डूबे से जो लम्हात है
ये भीगे भीगे से जो जज़्बात है
ये इश्क ये चाहत, कब इबादत
बन गयी क्या पता
दिल में मेरे तू घर कर गया
बेरंग थी मैं तू रंग गया
गुस्ताखियाँ हे.. ऐ..
मनमानियां.. गुस्ताखियाँ
गुस्ताखियाँ होने दे ऐ..
मनमानियां होने दे
कैसे ये जो चुप सी थी
कुछ बातें हाँ
सुन लिया तूने सब
बिन कहे बोलना.. हाय..
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे