Genre | Kasoor |
Language | Hindi |
पहले मालूम ना था, आज ये मैंने समझा
प्यार कहते हैं जिसे, वो है दिलों का सौदा
दिल की धड़कन को भला कैसे कोई कैद करे
ये तो आज़ाद है जब चाहे जहाँ आहें भरे
उसके रस्ते में खड़ी क्यूँ कोई दीवार करे
उसके रस्ते में खड़ी क्यूँ कोई दीवार करे
उसको हक़ है वो मुझे प्यार करे या ना करे
दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं
सारे वादों का भरम पल में वो तोड़ गया
ग़म के जिस मोड़ पे ला के वो मुझे छोड़ गया
मैं उसी मोड़ की दहलीज़ पे सो जाऊँगी
उम्र भर उसके लिए अजनबी हो जाऊँगी
हर सितम शौक से मुझपे दिलदार करे
हर सितम शौक से मुझपे दिलदार करे
उसको हक़ है वो मुझे प्यार करे या ना करे
दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं
बुरा क्यूँ मानूं
बुरा क्यूँ मानूं
बुरा क्यूँ मानूं..