Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
फिर जुड ना पायेगा
दिल अब ये मेरा
इतने टुकड़ों में टूटा
ना मिले तू ऐसी
कोई भी जगह है ही नहीं
दिल किसी से क्या लगाये
दूसरा है ही नहीं
चांद लेके चल रही हैं
हम सजय तो कहां
जब नसीबों में हमारे
आसमान है ही नहीं
दिल किसी से क्या लगाये
अब तो दिल है ही नहीं
तुझे ढूंढती है सारी
शामें आज भी हमारी
फिर भी तेरी इंतजार
खतम ना हुई
राहें देखता रहा मैं
याही सोचा रहा मैं
होगी आरज़ू ये पूरी
कभी ना कभी
ऐसा नहीं है
के कोई मिला नहीं
जिसमे तू ना हो
ऐसा एक भी था नहीं
क्या ऐसा माँगा था
जो पा ही ना सका
दिल से तुझको चाहा था
जिसको तू ले गया
वो दिल था मेरा
अब किसे मैं चाहुंगा
ना मिले तू ऐसी कोई भी
जगह है ही नहीं
दिल किसी से क्या लगाये
दूसरा है ही नहीं
मेरी आँखों में तुम्हारा ही
तसब्बूर रह गया
जिसमे आऊं मैं नज़र
वो आया है ही नहीं
दिल किसी से क्या लगाये
दूसरा है ही नहीं
दिल किसी से क्या लगाये
अब तो दिल है ही नहीं