Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
जब आसमान से बूँदें नहीं
मोहब्बत बरसी थी
बरसात ने ऐसी धुन छेड़ी
जिसके लिए ज़िन्दगी सदियों तरसी थी
किसी शायर का दिल बनके
बरसाती हैं बूँदें तुमपे
किसी शायर का दिल बनके
बरसाती हैं बूँदें तुमपे
नज़ारा उफ़ क्या होता है
गुज़रती हैं जब जुल्फों से
दूर कहीं अब जाओ ना तुम
सुन सुन बरसात की धुन सुन
सुन सुन बरसात की धुन सुन
दिल में यही एक ग़म रहता है
साथ मेरे तू कम रहता है
हाँ दिल में यही एक ग़म रहता है
साथ मेरे तू कम रहता है
छोड़ के अभी जाओ ना तुम
सुन सुन बरसात की धुन सुन
हाँ धीरे धीरे हौले हौले
भीगा देंगी ये बरसातें
हो धीरे धीरे हौले हौले
भीगा देंगी ये बरसातें
जाने कहाँ फिर मिलेंगी हमें
ऐसी मुलाकातें
संभालू कैसे मैं दिल को
दीवाना चाहे बस तुम को
ख्वाईशों में ही जल रहा हूँ
मैं यहाँ
वो पहली सी बारिश बनके
बरस जाओ ना तुम हमपे
हवा का रुख बदल जाये
मोहब्बत करना तुम ऐसे
ख्वाब मेरा ये तोड़ो ना तुम
हो हो
जिस्मों पे बरसती बारिश
ने रूह बिगाड़ी है
इस मौसम की साजिश ने
ये नींदें उड़ा दी है
वैसे तो डूबने को बस
इक बूँद ही काफी है
सोचो तो ज़रा क्या होगा
अभी रात ये बाकी है
साथ मेरे बह जाओ ना तुम
सुन सुन बरसात की धुन सुन
सुन सुन बरसात की धुन सुन
बिजली चमकी लिपट गए हम
बादल गरजा सिमट गए हम
बिजली चमकी लिपट गए हम
बादल गरजा सिमट गए हम
होश भी हो जाने दो गुम
सुन सुन बरसात की धुन सुन
सुन सुन बरसात की धुन सुन
सुन सुन बरसात की धुन सुन