Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
ना कोई लकीरें ना दयारे
इश्क में हद होती नहीं
इतना बहुत होता है के
ये फितूरी घटती नहीं
हो जाना है एक बारी
तेरी रूह के पार
मैं तो रह के किनारे पे ठकेया
हो तेरा चढेया खुमार
तेरे बिन मेरे यार
जग में नहीं कुछ रखया
बरबादियां तुमसे
आबादियां तुमसे ही है
अब क्या गलत और क्या सही
जब रूहदरियां तुमसे ही है
बरबादियां तुमसे ही है
आबादियां तुमसे ही है
अब क्या गलत और क्या सही
जब रूहदरियां तुमसे ही है
मदहोशियाँ है मदहोशियाँ
इन निगहों में तेरी है मदहोशियाँ
डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां
फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानेयां
मदहोशियाँ है मदहोशियाँ
इन निगहों में तेरी है मदहोशियाँ
डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां
फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानेयां
हो कैसी लगन है यार लगी जो इस बार
राती दिन बस रेटया
हो तेरा चढेया खुमार
तेरे बिन मेरे यार
जग में नहीं कुछ रखया
बरबादियां तुमसे ही है
आबादियां तुमसे ही है
अब क्या गलत और क्या सही
जब रूहदरियां तुमसे ही है
बरबादियां तुमसे ही है
आबादियां तुमसे ही है
अब क्या गलत और क्या सही
जब रूहदरियां तुमसे ही है
मदहोशियाँ है मदहोशियाँ
इन निगहों में तेरी है मदहोशियाँ
डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां
फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानेयां
मदहोशियाँ है मदहोशियाँ
इन निगहों में तेरी है मदहोशियाँ
डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां
फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानेयां
बरबादियां तुमसे ही है
आबादियां तुमसे ही है
अब क्या गलत और क्या सही
हम्म हम्म..